अबू धाबी में 27 साल में बनकर तैयार हुआ हिंदू मंदिर, 14 फरवरी को पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन, जानें मंदिर की खासियत
PM Modi UAE Visit: संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर का 14 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे. इस मंदिर में पीएम मोदी के पहुंचने से पहले कई देशों के राजनयिक पहुंच चुके हैं.
अबू धाबी में 27 साल में बनकर तैयार हुआ हिंदू मंदिर, 14 फरवरी को पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन, जानें मंदिर की खासियत
अबू धाबी में 27 साल में बनकर तैयार हुआ हिंदू मंदिर, 14 फरवरी को पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन, जानें मंदिर की खासियत
PM Modi UAE Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 फरवरी को संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान पीएम अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे. इस मंदिर में पीएम मोदी के पहुंचने से पहले कई देशों के राजनयिक पहुंच चुके हैं. अमेरिका, जर्मनी, इजरायल, इटली, कनाडा, आयरलैंड, बहरीन, आर्मेनिया, बांग्लादेश, घाना, चाड, चिली, यूरोपीय यूनियन, फिजी, अर्जेंटीना, साइप्रस, चेक गणराज्य, डोमिनिकन गणराज्य, मिस्र, गाम्बिया के राजदूत और वरिष्ठ राजनयिक मंदिर का दौरा करने वालों में शामिल हैं.
27 एकड़ जमीन पर हुआ मंदिर का निर्माण
अबू धाबी में तैयार हो रहे बीएपीएस हिंदू मंदिर में 12 पिरामिड की आकृति वाले गुंबद, 7 शिखर, 2 गुंबद, 410 स्तंभ या खंभे के साथ इस मंदिर की ऊंचाई 180 फीट, लंबाई 262 फीट और इसकी चौड़ाई 108 फीट होगी. यह मंदिर 27 एकड़ जमीन में बना है. इस मंदिर का निर्माण इस तरह से किया गया है कि हजार साल बाद भी मंदिर ज्यों का त्यों रहेगा. इसे किसी भी तरह से कोई भी नुकसान नहीं होगा.
1997 में की गई थी मंदिर की कल्पना
इस मंदिर की कल्पना 1997 में की गई थी. इसका मंदिर का मकसद दो संस्कृतियों एक-दूसरे से जोड़ना था. 9 अगस्त 2015 को पीएम मोदी ने एक घोषणा की थी जिसमें बताया कि यूएई सरकार ने इस मंदिर के लिए जमीन अलॉट कर दिया है. पीएम मोदी ने इसके लिए यूएई सरकार का धन्यवाद भी किया था. 2018 में अबू धाबी के युवराज शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने बीएपीएस हिंदू मंदिर की इमारत के लिए जमीन उपहार में दिया. फिर, 20 अप्रैल 2019 को बाप्स स्वामी नारायण संस्था के महंत ने वैदिक अनुष्ठान के साथ इस मंदिर का शिलान्यास किया.
मंदिर को मिला मैकेनिकल प्रोजेक्ट्स ऑफ द ईयर का खिताब
2019 में ही इस मंदिर ने मैकेनिकल प्रोजेक्ट्स ऑफ द ईयर का खिताब जीता. इस मंदिर का निर्माण भारत से लाए गए बड़े-बड़े पत्थर से हुआ है. 9 नवंबर को इस मंदिर के शिलास्थापना कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और इस पूजा में शामिल हुए. इसके बाद इस मंदिर के महापीठ पूजन कार्यक्रम का भी आयोजन 27 मई 2022 को हो गया. इस समय तक मंदिर का पहला तल बनकर तैयार हो चुका था. इसके बाद 8 सितंबर 2022 को ईश्वर चरणदास स्वामी और ब्रह्मचारी दास स्वामी की उपस्थिति में पूरे विधि-विधान से इस मंदिर में प्रथम संगमरमर के स्तंभ को लगाया गया. फिर, मंदिर के सात शिखर, जो पूरी तरह से तैयार हो चुके थे, 20 अक्टूबर 2023 को इसकी पूजा ईश्वर चरणदास स्वामी के द्वारा की गई.
18 फरवरी से आम लोगों के लिए खुलेगा मंदिर
29 नवंबर 2023 को इस मंदिर के अमृत कलश और पताका को मंदिर के शिखर पर लगाया गया. इस समय तक मंदिर बनकर पूरी तरह तैयार है और पीएम नरेंद्र मोदी 14 फरवरी को अबू धाबी की धरती पर बने इस भव्य हिन्दू मंदिर का उद्घाटन करेंगे, जिसकी तैयारियां जोरों पर है. वहीं, आम लोगों के दर्शन के लिए यह मंदिर 18 फरवरी से खुल जाएगा.
03:52 PM IST